Santosh Kumar Khare संतोष कुमार खरे: बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने वाले प्रेरणास्त्रोत शिक्षक

Santosh Kumar Khare संतोष कुमार खरे, वर्तमान में सहायक अध्यापक के रूप में कंपोजिट विद्यालय बरहा, पीलीभीत (उत्तर प्रदेश) में कार्यरत हैं। शिक्षा के क्षेत्र में इनके योगदान को देखकर केवल एक बात कही जा सकती है – “शिक्षक वही, जो केवल पढ़ाए नहीं, बल्कि मार्गदर्शन करके जीवन बदल दे।”
शिक्षा और योग्यता:
- B.Sc., B.T.C., B.Ed., M.A. (गणित, इतिहास एवं शिक्षा) की शैक्षणिक योग्यता से संतोष सर ने शिक्षण कार्य को एक नई दिशा दी है।
- इनकी प्रथम नियुक्ति 31 दिसंबर 2002 को हुई थी, और तभी से ये विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए समर्पित हैं।
सीमित संसाधनों में महान कार्य Santosh Kumar Khare
कंपोजिट विद्यालय बरहा, जिसमें केवल 13 कमरे हैं और 700+ बच्चों का नामांकन है – यहाँ संसाधनों की कमी के बावजूद शिक्षा की ज्योति प्रज्वलित की जा रही है।
- विद्यालय में नई प्रवेश प्रक्रिया जगह की कमी के कारण रुक जाती है, जिसकी वजह से शिकायतें, सिफारिशें, यहां तक कि मुख्यमंत्री पोर्टल तक शिकायतें आती हैं।
व्यक्तिगत योगदान और सामुदायिक सहयोग
2016 में जब से संतोष कुमार खरे का इस विद्यालय में स्थानांतरण हुआ, तब से अब तक इन्होंने लगभग ₹20 लाख का सामुदायिक सहयोग जुटाकर विद्यालय में लगाया है।
इनकी उपलब्धियों में शामिल हैं:
- राज्य अध्यापक पुरस्कार से प्राप्त ₹25,000
- लोकमणि लाल पुरस्कार से प्राप्त ₹41,000
- Vodafone Idea Award से प्राप्त ₹1,00,000
इस समस्त राशि का उपयोग बच्चों के लोहे के फर्नीचर हेतु किया गया।
प्रतियोगी परीक्षाओं में बच्चों की भागीदारी
संतोष सर का मानना है कि “हर बच्चा मंच पर आकर कुछ कर सकता है।” इसी जुनून के चलते उन्होंने:
- राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा (NMMS) में अब तक 88 बच्चों का चयन करवाया। प्रत्येक छात्र को ₹1,000 प्रति माह (कक्षा 9 से 12 तक), कुल ₹48,000 की छात्रवृत्ति मिलती है।
- श्रेष्ठ योजना परीक्षा के लिए अनुचित जातियों के छात्रों को तैयार कराकर तीन वर्षों में 7 बच्चों का चयन करवाया।
- अटल आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा में 7 बच्चों का चयन सुनिश्चित किया।
- INSPIRE Award में राज्य स्तर तक बच्चों की भागीदारी।
- राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस और जवाहरलाल नेहरू बाल विज्ञान प्रदर्शनी – दोनों में लगातार दो बार राज्य स्तर पर बच्चों की भागीदारी।
शिक्षा को तकनीक और संसाधनों से जोड़ना
संतोष खरे द्वारा बनाई गई मॉडल टेस्ट पेपर –
- NMMS, श्रेष्ठ योजना, नवोदय, अटल आवासीय विद्यालय परीक्षाओं के लिए तैयार किए गए मॉडल पेपरों को सोशल मीडिया के ज़रिए उत्तर प्रदेश, बिहार, और छत्तीसगढ़ के विद्यालयों तक पहुँचाया गया है।
इसी के साथ, संतोष सर को National Scholarship Portal के Student Level, Institute Level और District Level की प्रक्रिया की गहन जानकारी है।
बच्चों के लिए हर समय उपलब्ध
24×7 समर्पण –
प्रदेश के किसी भी बच्चे को प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी किसी भी जिज्ञासा में मदद करने या फॉर्म भरवाने में संतोष सर हमेशा तैयार रहते हैं।
“बच्चा अगर आगे बढ़ना चाहता है, तो उसकी राह में सबसे पहले मैं खड़ा रहूँगा – मार्गदर्शक बनकर।” – संतोष कुमार खरे
पुरस्कार, प्रेरणा और सपने Santosh Kumar Khare
- राष्ट्रीय आविष्कार अभियान में मॉडल प्रतियोगिता में बच्चा टॉप करता है तो टैबलेट पुरस्कार, और क्विज़ प्रतियोगिता में टॉप करने पर अन्य आकर्षक पुरस्कार भी मिलते हैं, जो बच्चों को उत्साहित करते हैं।
- उनका सपना है – “हर बच्चे को अच्छे संस्कार देकर देश का एक जिम्मेदार नागरिक बनाना।“
पुस्तक लेखन में योगदान
बेसिक शिक्षा परिषद के बच्चों के लिए अब तक 10 पुस्तकों का लेखन और संपादन कर चुके हैं, जो उनके शैक्षणिक योगदान की गहराई को दर्शाता है।
🎥 एक प्रेरणादायक बातचीत, जिसे हर शिक्षक और विद्यार्थी को देखना चाहिए
हाल ही में संतोष कुमार खरे सर की एक बेहद प्रेरक बातचीत उत्तर प्रदेश के पूर्व शिक्षा निदेशक,
डॉ. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह सर के साथ हुई, जहाँ उन्होंने शिक्षक जीवन की यात्रा और शिक्षा के गहरे पहलुओं पर बात की।
🔗 पूरा वीडियो देखें YouTube पर – ChalkTale चैनल पर:
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संतोष कुमार खरे एक ऐसे शिक्षक हैं जो सिर्फ पढ़ाते नहीं, बल्कि बच्चों के भविष्य को संवारते हैं। वे शिक्षा, सामाजिक समर्पण और नवाचार के प्रतीक हैं। ऐसे शिक्षक ही नई पीढ़ी के निर्माणकर्ता होते हैं।
Article by Basic Wale