UP में 8800 ECCE एजुकेटरों की भर्ती: जानिए योग्यता, काम और सैलरी
परिषदीय स्कूलों में 8800 ECCE एजुकेटरों की होगी भर्ती, ₹10,313 प्रतिमाह मानदेय, जानिए प्रमुख दायित्व
लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों में संचालित बाल वाटिकाओं को और अधिक सशक्त करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश के लिए 8800 अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन (ECCE) एजुकेटरों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। इसके लिए ₹113.30 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है।
बेसिक शिक्षा विभाग इन एजुकेटरों को संविदा के आधार पर 11 महीने के लिए नियुक्त करेगा। प्रत्येक एजुकेटर को ₹10,313 प्रतिमाह मानदेय मिलेगा।
70 हजार से अधिक विद्यालयों में चल रही हैं बाल वाटिकाएं
प्रदेश के 1.33 लाख परिषदीय विद्यालयों में से 70 हजार से अधिक स्कूलों में को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जहां 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को पूर्व प्राथमिक शिक्षा प्रदान की जाती है। वर्तमान में इन बाल वाटिकाओं का संचालन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और संबंधित विद्यालय के शिक्षक के माध्यम से हो रहा है। अब इनकी गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए प्रशिक्षित ECCE एजुकेटरों की तैनाती की जा रही है।
एजुकेटरों की जिम्मेदारियां
बेसिक शिक्षा विभाग के उप सचिव आनंद कुमार सिंह द्वारा जारी आदेश के अनुसार, ECCE एजुकेटरों का कार्य बाल वाटिका को एक संरचित शिक्षण केंद्र के रूप में विकसित करना होगा। उनका प्रमुख कार्य क्षेत्र होगा:
•3–6 वर्ष के बच्चों को पूर्व-प्राथमिक शिक्षा प्रदान करना
•5–6 वर्ष के बच्चों को औपचारिक शिक्षा के लिए तैयार करना
•निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहयोग
•बच्चों के सीखने व विकास संबंधी प्रोफाइल तैयार करना
•अभिभावकों से संवाद कर बच्चों की प्रगति साझा करना
चयन प्रक्रिया और योग्यता
ECCE एजुकेटरों का चयन जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली 8 सदस्यीय समिति द्वारा किया जाएगा। समिति में DIET प्राचार्य, बीएसए, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सेवायोजन अधिकारी आदि शामिल होंगे।
शैक्षिक योग्यता:
स्नातक (गृह विज्ञान विषय के साथ), न्यूनतम 50% अंक,
या
नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (NTT), CT Nursery, DPSE या समकक्ष दो वर्षीय डिप्लोमा
आयु सीमा:
अधिकतम 40 वर्ष
10684 पदों पर भी चल रही प्रक्रिया
वित्तीय वर्ष 2024–25 के लिए भी शिक्षा मंत्रालय ने प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में 10,684 ECCE एजुकेटरों की भर्ती को मंजूरी दी है। इनकी चयन प्रक्रिया भी बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी है।
इस प्रकार, आगामी शैक्षिक सत्र में प्रदेश की बाल वाटिकाओं को कुल लगभग 20,000 प्रशिक्षित ECCE एजुकेटर उपलब्ध हो सकेंगे।
गुणवत्ता में होगा सुधार
बेसिक शिक्षा विभाग के अनुसार, यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य बचपन की शिक्षा को समग्र रूप से मजबूत करना है। प्रशिक्षित एजुकेटरों की नियुक्ति से न केवल बाल वाटिकाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि प्रारंभिक कक्षाओं में बच्चों की नींव भी मजबूत होगी।


