₹70,000 सैलरी वाले शिक्षक का महीना: खर्च, निवेश और संघर्ष

सरकारी शिक्षक की ₹70,000 रुपये मासिक सैलरी सुनकर कई लोग सोचते हैं- “वो तो अमीर होंगे।” लेकिन जब हमने एक मध्यवर्गीय शिक्षक का पूरा मासिक बजट देखा, तो तस्वीर कुछ और ही निकली। आइए जानें कैसे कटता है उनका महीना:
मुख्य खर्चों की सूची
- ₹7,000 NPS योगदान
- ₹5,000 मासिक किराया
- ₹1,000 बिजली बिल
- ₹2,000 दूध व डेयरी खर्च
- ₹3,000 पेट्रोल/ट्रैवल
- ₹5,000 फल-सब्जी
- ₹1,000 रसोई गैस
- ₹5,000 किराना (अन्य)
- ₹10,000 बच्चों की फीस
- ₹10,000 EMI / लोन किस्त
- ₹15,000 निवेश (PF, SIP)
- ₹6,000 अन्य आपातकालीन खर्च
कुल खर्च: ₹70,000
बाहर की कई छोटी-मोटी जरूरतें और सामाजिक खर्च इसमें नहीं शामिल किए जा सकते, वरना हर महीने बचाना मुश्किल हो जाता है।
क्या शिक्षक वाकई करोड़पति हैं?
बहुत से लोग मानते हैं कि शिक्षक आसान-आसान वेतन में अपने घर या गाड़ी भी ले लेते हैं। लेकिन जब तक उनका मासिक बजट ज़मीन पर उतरता है, पता चलता है कि ऋणग्रस्त न हो जाएं इसके लिए हर खर्च पर काबू रखना पड़ता है।
जीना खुलकर या बचत करना?
अगर यह शिक्षक थोड़ी बचत भी करें, तो ₹5,000 से ₹10,000 ही हाथ में बचता है। खुद पर खर्च करना चाहे, तो ऋण लेना पड़ता है या दूसरी सोर्स ढूंढ़नी होती है।
संघर्ष की असली कहानी
सरकारी नौकरी तमाम आरामदेह बातें ढोती है, पर मध्यमवर्गीय जीवन की चुनौतियाँ इससे अलग नहीं हैं। पे-स्केल बढ़ते हैं, लेकिन महंगाई भी तय सीमा पार करती है।





