खुशखबरी: अब नहीं नापनी पड़ेगी दूरी, महिला शिक्षामित्रों को मिलेगा ससुराल के पास स्कूल, पढ़िए सूचना
खुशखबरी: अब नहीं नापनी पड़ेगी दूरी, महिला शिक्षामित्रों को मिलेगा ससुराल के पास स्कूल, पढ़िए सूचना
गाजियाबाद। परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षामित्रों के लिए एक राहत से भरा शासनादेश जारी हुआ है। जिसमें शिक्षामित्रों की मूल विद्यालयों में समायोजन कर वापसी की प्रक्रिया शुरू करने के आदेश दिए गए हैं।शिक्षामित्र समायोजन प्रक्रिया में ऐसी महिला शिक्षामित्रों को सबसे ज्यादा राहत मिलेगी, जिन्हें ससुराल से बच्चों को पढ़ाने के लिए नियमित मायके के स्कूल में आना पड़ता है।
जिले में कुल 466 शिक्षामित्र तैनात हैं। इनमें बड़ी संख्या में ऐसी महिला शिक्षामित्र हैं जो भर्ती के समय अविवाहित थीं, लेकिन कुछ ही सालों में उनका विवाह किसी अन्य जिले या शहर के दूसरे क्षेत्र में हो गया। इससे कई ने नौकरी छोड़ दी तो कुछ को नियमित बच्चों को पढ़ाने के लिए ससुराल से मायके आना पड़ता है।
अब शासन की ओर से आदेश जारी करते हुए ऐसी महिलाओं को विशेष तौर पर राहत दी है। महिला शिक्षामित्रों को अन्य ग्राम पंचायत एवं न्याय पंचायत में समायोजन का विकल्प मिलेगा। तीसरे चरण में ऐसी महिला शिक्षामित्रों को अंतर जनपदीय जहां उनका ससुराल है उस जनपद में विवाह प्रमाण पत्र और पति के पहचान पत्र के आधार पर समायोजन का विकल्प मिलेगा।
समायोजन को लेकर जिले में जो शिक्षामित्र हैं, उनको जारी प्रारूप के आधार पर जानकारी प्राप्त की जाएगी। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र दुबे, शिक्षामित्र दुष्यंत कुमार, रिजवान राणा, राजेश त्यागी, ऋषिपाल, सुदेश तेवतिया, रामकिशोर गौतम आदि का कहना है कि इस शासनादेश के लिए लंबे समय से मांग कर रहे थे। जिले में बड़ी संख्या में शिक्षामित्रों को राहत मिलने की उम्मीद है।







