अनुपस्थित चल रहीं चार शिक्षिकाओं की सेवा समाप्त, अंतिम नोटिस का जवाब नहीं आने पर BSA ने की कार्रवाई
हाथरस में बेसिक शिक्षा विभाग ने चार शिक्षिकाओं को उनकी लंबी अनुपस्थिति के कारण बर्खास्त कर दिया है। बीएसए ने बताया कि इन शिक्षिकाओं को कई नोटिस भेजे गए लेकिन उनकी ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। चारों शिक्षिकाएं अलग-अलग विद्यालयों में तैनात थीं और लंबे समय से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थीं।
लंबे समय से अनुपस्थित चल रहीं बेसिक शिक्षा विभाग की चार शिक्षिकाओं की सेवा समाप्त कर दी गई है। अंतिम नोटिस का जवाब नहीं आने पर बीएसए ने यह कार्रवाई की है। मंगलवार को बीएसए ने चारों शिक्षिकाओं पर कार्रवाई के बाद उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया।
12460 शिक्षक भर्ती में सहायक अध्यापक के रूप में उपासना सिंह की नियुक्ति प्राथमिक विद्यालय बांधनू सासनी में हुई थी। वह 29 जुलाई 2024 से बिना किसी सूचना के विद्यालय नहीं आईं। बीईओ ने अपने स्तर से 30 दिसंबर 2024 व 17 मार्च 2025 को उन्हें नोटिस भेजा। बीएसए ने नोटिस जारी कर शिक्षिका से जबाव मांगा। शिक्षिका ने जवाब में पुत्र की बीमारी का हवाला दिया। इसके बाद 11 अप्रैल 2025 को अंतिम नोटिस जारी किया गया। शिक्षिका ने 22 अप्रैल को अपना जबाव दिया, जिसे विभागीय अधिकारियों ने असंतोषजनक माना।
इसी प्रकार 12460 शिक्षक भर्ती में निशा भाटी की नियुक्ति प्राथमिक विद्यालय नगला नाई में हुई थी। लगातार अनुपस्थित रहने पर अंतिम नोटिस शिक्षिका को डाक के जरिए उसके पते पर भेजा गया। लेकिन कोई जवाब विभाग को नहीं मिला। वहीं 12460 शिक्षक भर्ती में ही अंजलि की तैनाती प्राथमिक विद्यालय सुमरतगढ़ी में हुई थी। शिक्षिका के लगातार बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहने पर द्वितीय अंतिम नोटिस जारी किया गया।
69 हजार शिक्षक भर्ती में भावना की नियुक्ति कंपोजिट विद्यालय ऊसवा में हुई थी। वह 16 नवंबर 2022 से अनुपस्थित चल रही थीं। जिन्हें पिछले दिनों द्वितीय अंतिम नोटिस जारी किया गया। अब बीएसए ने लंबे समय से अनुपस्थित चलने वाली चारों शिक्षिकाओं पर कार्रवाई तय कर दी है। चारों शिक्षिकाओं की सेवा समाप्ति की कार्रवाई कर दी गई है।
बीएसए स्वाती भारती ने बताया कि बेसिक स्कूलों में चार शिक्षिकाएं लंबे समय से अनुपस्थिति चल रही थीं। उन्हें कई बार नोटिस भेजे गए लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। अब चारों शिक्षिकाओं की सेवा समाप्त कर दी गई है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।