School Merge: स्कूल मर्ज की प्रक्रिया तेज, सरकार ने अभिभावकों को भरोसे में लेने की बनाई रणनीति
लखनऊ। कम नामांकन वाले परिषदीय विद्यालयों के विलय (पेयरिंग) की प्रक्रिया के बीच अब अभिभावकों और शिक्षक संगठनों को मनाने की कवायद भी तेज हो गई है। जिलों में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अभिभावकों के साथ बैठक कर विलय के लाभों को स्पष्ट रूप से समझाएं, वहीं मुख्यालय स्तर पर वरिष्ठ अधिकारी स्वयं शिक्षक संगठनों से संवाद स्थापित कर रहे हैं।
राज्य परियोजना निदेशालय द्वारा बृहस्पतिवार को सभी एडी बेसिक, बीएसए और बीईओ को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि वे डीएम, सीडीओ और डीपीआरओ के साथ समन्वय बनाकर विलय की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण करें।
साथ ही शिक्षकों और पंचायत अधिकारियों के माध्यम से अभिभावकों को यह समझाने का आग्रह किया गया है कि विलय के बाद उनके बच्चों को बेहतर संसाधनों, पूर्ण शिक्षक संख्या और बड़े विद्यालय में पढ़ने का अवसर मिलेगा।
उधर, शिक्षकों के जनपद के भीतर परस्पर तबादले की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है। सभी बीएसए को निर्देशित किया गया है कि वे शिक्षकों को स्वेच्छा से कम शिक्षक वाले विद्यालयों में तबादले के लिए प्रोत्साहित करें।
वहीं मुख्यालय स्तर पर अधिकारी शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों से वार्ता कर रहे हैं और उनसे सहयोग की अपील की जा रही है।