विद्यालयों की पेयरिंग के खिलाफ शिक्षकों का प्रदर्शन, मुख्यमंत्री को भेजा गया ज्ञापन








विद्यालयों की पेयरिंग पर बवाल: शिक्षकों का जोरदार विरोध शुरू

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों के विलय को लेकर अब माहौल गरम है। सरकार स्कूलों की पेयरिंग यानी दो या ज्यादा स्कूलों को मिलाने की तैयारी में है, लेकिन शिक्षकों को ये फैसला बिल्कुल मंजूर नहीं है।

शुक्रवार को उत्तर प्रदेश शिक्षक संघ की तरफ़ से पूरे प्रदेश के ज़िला मुख्यालयों पर ज़बरदस्त प्रदर्शन हुआ। हर जिले से शिक्षक इकट्ठा हुए और जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। सभी की एक ही मांग थी — “स्कूलों को बंद मत करो!”

संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी और महामंत्री उमाशंकर सिंह ने बताया कि ये शुरुआत है। अगर सरकार पीछे नहीं हटी, तो आंदोलन और तेज़ किया जाएगा। उनका कहना है कि स्कूलों को बंद करना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। ऊपर से ये RTE कानून का भी उल्लंघन है।

शिक्षकों ने साफ कह दिया है कि पेयरिंग के नाम पर अगर स्कूल बंद हुए तो वे चुप नहीं बैठेंगे। उनका मानना है कि सरकार को स्कूलों को बंद करने की जगह उन्हें और बेहतर बनाना चाहिए।