यूपी में मानसून ने पकड़ी रफ्तार, कई जिलों में झमाझम बारिश
लखनऊ। इस बार मानसून थोड़ा जल्दी ही उत्तर प्रदेश पहुंच गया है और अब ये पूरे प्रदेश पर मेहरबान होता दिख रहा है। शनिवार शाम से लेकर रविवार दोपहर तक लखनऊ समेत कई जिलों में लगातार बारिश देखने को मिली।
मौसम विभाग के मुताबिक, देशभर में मानसून की सामान्य तिथि 8 जुलाई मानी जाती है, लेकिन इस बार इसका आगमन पहले ही हो चुका है। बलरामपुर में सबसे अधिक 89 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। झांसी में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, और मेरठ में गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है।
भारतीय मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 13 जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना है और 26 जिलों में भारी वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
क्या कहता है मौसम मुख्यालय?
अमौसी स्थित राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, मानसून की ट्रफ लाइन सामान्य स्थिति से उत्तर की ओर खिसक गई है। यह अब फिरोजपुर, सोनीपत, अयोध्या, गया और पुरुलिया से होकर गुजर रही है।
इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव क्षेत्र से मानसून को मजबूती मिल रही है। यही कारण है कि 24 से 48 घंटे के अंदर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश हो सकती है।
जनता को क्या रखना चाहिए ध्यान?
- जिन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है, वहां बाढ़ और जलभराव से सतर्क रहना जरूरी है।
- वृद्ध और बीमार व्यक्तियों को घर पर ही रहने की सलाह दी जाती है।
- किसानों को सलाह दी जाती है कि वे फसल की सुरक्षा के लिए उचित प्रबंध करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
यूपी में मानसून कब पहुंचा?
मानसून इस बार उत्तर प्रदेश में सामान्य तिथि 8 जुलाई से पहले ही जून के आखिरी सप्ताह में पहुंच गया है।
कौन-कौन से जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है?
भारतीय मौसम विभाग ने यूपी के 13 जिलों के लिए बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट और 26 जिलों के लिए भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है।
क्या झांसी और मेरठ में बाढ़ का खतरा है?
जी हां, झांसी में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और मेरठ में गंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है। सतर्कता जरूरी है।







