शिक्षा विभाग का यू-टर्न: अब नहीं होंगे जनपद के ये 30 स्कूल बंद
शिक्षा विभाग के एक बड़े फैसले ने देवरिया जनपद के 30 परिषदीय विद्यालयों को बंद होने से बचा लिया है। “पेयरिंग ऑफ स्कूल्स” योजना के तहत जिले के 244 स्कूलों के विलय की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन स्थानीय विरोध और आंकड़ों की समीक्षा के बाद अब 30 स्कूलों को अलग संचालित करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
क्या था मामला?
शिक्षा विभाग ने कम नामांकन और संसाधनों की कमी को देखते हुए कई स्कूलों को आस-पास के बड़े विद्यालयों में मर्ज करने का प्रस्ताव रखा था। इसके खिलाफ शिक्षक संघों, अभिभावकों और स्थानीय नेताओं ने मोर्चा खोल दिया। उनका तर्क था कि स्कूल बंद होने से गांव के बच्चों, खासकर लड़कियों की पढ़ाई बाधित होगी।
जनदबाव ने बदली तस्वीर
शिक्षकों और समाजसेवियों ने लगातार विभाग को ज्ञापन देकर स्कूलों की स्थिति से अवगत कराया। #स्कूलबचाओअभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं ने ग्रामीण इलाकों में जाकर नामांकन बढ़ाने के प्रयास भी किए। इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारियों ने 17 जुलाई तक अपनी रिपोर्ट भेजी, जिसके आधार पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव ने 30 स्कूलों के विलय को रद्द कर दिया।
आदेश में क्या कहा गया?
जारी आदेश में साफ कहा गया है कि चिन्हित 30 विद्यालय पहले की तरह स्वतंत्र रूप से चलेंगे। साथ ही, इन स्कूलों में संसाधनों की कमी दूर करने पर भी जोर दिया गया है।
आगे की राह
अधिकारियों का कहना है कि बाकी 214 स्कूलों के विलय पर अभी फैसला बाकी है। हालांकि, इस निर्णय के बाद अब अन्य जिलों के शिक्षक भी अपने स्कूल बचाने की मुहिम तेज कर सकते हैं।
Article by Basic Wale



